Monday, December 27, 2010

सेर को....सवा सेर


हनीमून से लौटकर सैफ अली बहुत परेशान थे।
सैफ के दोस्त ने पूछा क्या हुआ मियां - सब ठीक ठाक तो है। बड़े परेशान नजर आ रहे हो।
सैफ - बात ही कुछ ऐसी है यार।
दोस्त - क्यों क्या हुआ?
सैफ - सुहागरात के दूजे दिन जब मैं सुबह उठा तो गलती से, आदतन मैंने 1000 रू. उसके तकिये के नीचे रखे और होटल से बाहर आ गया। सिगरेट, चाय-पानी के बाद पता चला अरे मैं तो हनीमून पर आया हूं, ये शादी के बाद मेरा पहला दिन है। मैं वापस होटल लौटा कि वो कहीं बुरा ना मान जाये कि मैं उसे छोड़ सुबह सुबह कहां चला गया।
दोस्त - तो क्या हुआ?
सैफ - होना क्या था, उसने मुझसे कुछ नहीं कहा। वो तो नहा धोकर, सज-संवरकर, नाश्ता कर रही थी।
दोस्त - तो अच्छा हुआ ना, उसे पता ही नहीं चला कि तुमने उसके तकिये के नीचे 1000 रू. रखे थे।
सैफ - यही तो परेशानी की बात है यार, उसने तकिये के नीचे से 700 रू. तो निकाल लिये और 300 मुझे लौटा दिये, बोली - मैं पैसों के मामले में बहुत ही ईमानदार हूं।

Thursday, December 23, 2010

नेताओं की औकात


हराम की कमाई उड़ाने एक नेता विदेश जा रहा था। हवाई जहाज में उसकी बगल वाली सीट पर ही एक लड़की किताब पढ़ रही थी। नेता ने उस लड़की की ओर मुखातिब होते हुए कहा - अगर हम आपस में बातचीत करेंगे तो लम्बा सफर बहुत लम्बा नहीं लगेगा।
वो लड़की जिसने अभी अभी किताब पढ़ना शुरू ही की थी, झुंझलाते हुए बोली - आप किस बारे में बातचीत करना चाहते हैं?
वैसे तो कोई नियत विषय नहीं, पर  ग्लोबल वार्मिंग, विश्व के लोगों की सेहत और या प्रकृति के संरक्षण आदि को प्रोत्साहन देने के बारे में हम बात कर सकते हैं, नेता ने खच्चर मुस्कान के साथ कहा।
चलिये ठीक है। आपने जो अभी-अभी कहे, वो अच्छे विषय हैं पर इन सबसे पहले मैं आपसे एक प्रश्न करना चाहूंगी। देखिये, एक घोड़ा, हाथी,, गाय और बकरी सब एक ही चीज घास खाते हैं पर जब वो उसे मल के रूप में त्याग करते हैं तो सब अलग ही रूप में बाहर निकालते हैं, ऐसा क्यों होता है?
नेता, लड़की की बुद्धिमत्ता से बहुत ही प्रभावित हुआ और सोचते हुए बोला - वाकई मुझे इस बारे में कुछ नहीं पता।
तो लड़की बोली - तो जबकि आप किसी जानवर के मल के बारे में भी कुछ नहीं जानते, आप समझते हैं कि आप दुनियां भर के गंभीर विषयों पर बात करने काबिल हैं, यह कहते हुए लड़की फिर से अपनी किताब पढ़ने में मशगूल हो गई।